पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। महाराष्ट्र के बीड जिले के परली में 25 फरवरी को ब्राह्मण एक्य परिषद सम्मेलन को संबोधित करते हुए चितले ने कथित तौर पर पिछले पांच वर्षों में एससी-एसटी (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की पड़ताल करने की अपील की थी, ताकि यह पता किया जा सके कि उनमें से कितने असली हैं।
उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत यह जानकारी प्राप्त की जानी चाहिए, क्योंकि एससी-एसटी अधिनियम के तहत झूठे मामले दर्ज कराना एक चलन बन गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय निवासी प्रेमनाथ जगतकर ने ऑनलाइन भाषण सुनने के बाद परली नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई।