देहरादून। उत्तराखंड के चीन नेपाल सीमा से लगे जिले पिथौरागढ़ के धारचूला में बादल फटने से भारी तबाही हुई। यहां बहने वाली काली नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंची। धारचूला के मल्ली बाजार में भी बारिश से भारी नुकसान हुआ है।
भारी बारिश के कारण भारत नेपाल सीमा का निर्धारण करने वाली काली नदी में बीती रात से अचानक पानी बढ़ गया। जिसकी वजह से धारचूला और उसके आसपास के गांवों में बसे लोगों के घर जलमग्न हो गए और कई मकान ताश के पत्तों की तरह ढहकर नदी में समा गए।
मिली जानकारी के मुताबिक काली नदी में पहाड़ी से टूटकर एक बड़ा बोल्डर आ गिरा था। जिस वजह से पानी का बहाव रुक गया, और नदी में बोल्डर के पीछे की ओर पानी इकट्ठा होने लगा, कुछ समय बाद जब बोल्डर पर प्रेशर पड़ा तो बोल्डर हट गया और इकट्ठा हुआ पानी बाढ़ में तब्दील हो गया।
जलस्तर बढ़ने से तेज़ रफ़्तार और भारी मात्रा में नदी का पानी बस्ती की तरफ बहने लगा जिसकी वजह से काली नदी के किनारे बसे गांवों के घरों को खासा नुकसान हुआ है।
धारचूला के ग्वाल गांव में तबाही का मंजर नज़र आ रहा है हर जगह मलबा भर गया है। इस कारण कई गाड़िया मोटरसाइकिल मलबे में दब गई। नेपाल के खोतिला गांव में भी नदी के बढ़े हुए जलस्तर से आपदा आ गई इमारतें भरभरा कर नदी में समाने की भी खबर है।