नई दिल्ली। बुराड़ी में रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौतों के एक सप्ताह बाद भी पुलिस को इस कथित सामूहिक आत्महत्या से संबंधित रहस्य से पर्दा उठाना बाकी है। पुलिस हाल के दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में सबसे सनसनीखेज मामलों में से एक इस मामले को सुलझाने के लिए मनोविज्ञान, अंधविश्वास और नवीनतम जांच तकनीकों से छानबीन कर रही है।
बुराड़ी में एक सप्ताह पहले अपने घर के भीतर एक परिवार के 11 सदस्य मृत पाए गए थे। उनके मुंह सफेद कपड़े से ढंके हुए थे। इन लोगों के हाथ और पैर बंधे हुए थे। इस मामले को लेकर कई सारे सवाल है जैसे ' क्या यह एक हत्या या आत्महत्या थी ?', 'अगर यह एक हत्या थी तो ऐसी क्रूर हत्याओं को अंजाम देने में कौन व्यक्ति शामिल थे और उनका क्या उद्देश्य था?'
अगर परिवार ने आत्महत्या की थी, तो क्या कारण हो सकता है कि 11 सदस्य ऐसा कदम उठाने के लिए प्रेरित हो सकते थे, लेकिन न तो जांचकर्ताओं और न ही परिवार के करीबी सदस्यों के पास कोई सबूत हाथ लगा है। परिवार के सदस्य हालांकि आरोप लगाते रहे हैं कि यह एक हत्या है लेकिन वह कोई उद्देश्य नहीं बात सके।
इस मामले को लेकर विमहन्स में डॉक्टरों के साथ अनाधिकारिक रूप से चर्चा करने वाली पुलिस ने बताया था कि परिवार ‘साझा मनोविकृति’ से ग्रस्त हो सकता है। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मनावैज्ञानिक शव परीक्षण की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके। (भाषा)