प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के चतुर्वेदी नगर में रहने वाले मनीष की मां मुन्नी देवी का गुरुवार शाम को देहांत हो गया। मनीष ने अपनी मां का अंतिम संस्कार स्थानीय श्मशान घाट में किया, लेकिन शनिवार को जब वह अपनी मां की अस्थियां उठाने के लिए श्मशान घाट पहुंचे तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गए। वहां पर न तो अस्थियां मिलीं और न ही राख। पता चला है कि अस्थियों और राख को नगरपालिका की कचरा गाड़ी में भरकर फिंकवा दिया गया है।
कहानी कुछ इस तरह है : इस मामले में छानबीन करने पर पता चला है कि पीड़ित परिवार ने अपनी मां के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट के सामने स्थित लकड़ी विक्रेता से लकड़ियां न खरीदते हुए कहीं और से लकड़ियां खरीद लीं और महिला का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बात से लकड़ी विक्रेता ब्रजेश नाराज हो गया और जब शुक्रवार को नगर पालिका के सफाई कर्मचारी आए तो बृजेश ने उनके साथ मिलकर एक मां की अस्थियों को राख सहित कूड़े में फिंकवा दिया।