हमीरपुर। उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के सुमेरपुर क्षेत्र में खुद को कृष्णावतार बताने वाले एक ढोंगी बाबा ने जन्माष्टमी की रात अपने शिष्य की बलि चढ़ा दी और खंडहर में शव फेंककर परिवार के साथ फरार हो गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बांक गांव का सुन्दरलाल पिछले 15 साल से खुद को कृष्णावतार बताकर गांव में रहने लगा था। एक माह पहले अपने में खाली पड़े खंडहर में आसन लगाकर बैठ गया था और जन्माष्टमी के दिन बाहर निकलने की बात कही थी।
ढ़ोंगी बाबा ने 15 अगस्त को देर रात तक मौहर देवी के मंदिर में रासलीला रचाई थी और अपने शिष्य घनश्याम उर्फ श्याम बाबा (45) को साथ लेकर घर लौट गया और उसी रात घनश्याम की गला रेतकर नरबलि दे दी।
घटना की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। पुलिस ने शव बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि घनश्याम की जहां पर हत्या की गई है वहां विधिवत पूजा पाठ किया गया है। ढोंगी बाबा शव को खंडहर में फेंककर परिवार समेत गायब हो गया।
इस सिलसिले में मृतक के पुत्र जीतेन्द्र ने सुन्दरलाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। (वार्ता)