जेल से रिहा होने पर दयाशंकर सिंह ने कहा लखनऊ जाकर अपनी बीमार मां, पत्नी और बेटी से मिलेंगे। उसके बाद ही मीडिया से बात करूंगा। बसपा द्वारा उनके जमानत को उच्च न्यायालय में चुनौती देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं।
मुकदमा दर्ज होने के बाद दयाशंकर सिंह भूमिगत हो गया और 30 जुलाई को बिहार पुलिस और प्रदेश की एसटीएफ ने उसे बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ दयाशंकर सिंह को ट्रांजिट रिमाण्ड पर लेकर मऊ लेकर आई थी। उसके बाद लखनऊ से मुकदमा मऊ स्थानांतरित हो जाने पर उसे अदालत में पेश किया गया था।