उत्तरप्रदेश में अपराध चरम पर पहुंच गया है, यहां बेखौफ बदमाशों पर खाकी का खौफ कम होता नजर आ रहा है। देश-विदेश के जाने माने शायर मुनव्वर राणा के बेटे पर बेखौफ बदमाशों ने जानलेवा हमला बोल दिया, गनीमत रही कि मशहूर शायर का बेटा बाल-बाल बच गया। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में घटनास्थल पर आलाधिकारी पहुंच गए और क्षेत्र की नाकाबंदी करते हुए बदमाशों की तलाश जारी है।
मोड़ पर पहले से ही घात लगाए दो बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने तबरेज की गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गनीमत रही कि इस हमले में तबरेज राणा बाल-बाल बच गए, क्योंकि बदमाशों की दो गोलियां कार में फंस गईं। फायरिंग की सूचना पर एसपी, डिप्टी एसपी समेत पुलिस बल पहुंचा। तबरेज पर फायरिंग की सूचना पर उनके परिजन भी पहुंच गए।
उनकी बहन सुमैया राणा अपने समर्थकों के साथ त्रिपुला स्थित पेट्रोल पंप पहुंचीं और पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की बात कही। लखनऊ से मुनव्वर राणा भी घटनास्थल पर पहुंचे और बेटे का कुशलक्षेम लिया। मुनव्वर का आरोप है कि उनकी लखनऊ में पैतृक संपत्ति है, जिसकी देखरेख उनके दो बेटे कर रहे हैं। सभी लोग वर्तमान में लखनऊ में रहते हैं। जमीन की देखरेख के लिए बेटे रायबरेली आते रहते हैं।
मुनव्वर के मुताबिक उनका भाई से जमीनी रंजिश को लेकर विवाद चल रहा है। उनके भतीजों ने इस घटनाक्रम को अंजाम दिलवाया है। यदि वे और उनका परिवार यहां आता है या रहता है तो उनकी हत्या भी हो सकती है। भाई के बच्चों की जमीन पर नीयत है, विवाद चल रहा है और उन्होंने ही हमला करवाया है। यदि वे और उनका परिवार रायबरेली में रहता है तो उनकी हत्या हो सकती है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है और जल्दी ही केस को सुलझाने की बात कह रही है।
जिस तरह बेखौफ बदमाशों ने भीड़भाड़ वाले इलाके में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया, वह चिंता का विषय और पुलिस के लिए चुनौती है। भले ही पुलिस तबरेज की शिकायत पर आरोपियों की धरपकड़ का प्रयास कर रही है, लेकिन अब देखना यह होगा कि बेटे पर जानलेवा हमला करने वाले कब सलाखों के पीछे होंगे।