भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव रणजीत श्रीनिवासन की 19 दिसंबर 2021 को उनके ही घर में परिवार के लोगों के सामने हत्या कर दी गई। श्रीनिवास की हत्या उस समय हुई जब वह अपने घर लौट रहे थे। श्रीनिवास की हत्या सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) नेता केएस शान की एक गैंग द्वारा हत्या किए जाने के कुछ समय बाद ही हुई थी।
अभियोजन पक्ष ने आरोपियों के लिए अधिकतम सजा की मांग करते हुए कहा कि यह दुर्लभ से दुर्लभतम मामला है क्योंकि आरोपियों ने बड़ी क्रूरता से श्रीनिवास की उसकी मां, पत्नी और बच्चे के सामने हत्या कर दी। सुनवाई के बाद मावेलिक्कारा की अतिरिक्त जिला जज वीजी श्रीदेवी ने सजा सुनाई।
क्या है PFI? : इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का गैर राजनीतिक संगठन है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी कि एसडीपीआई इसका राजनीतिक संगठन है। इस पर सरकार ने 5 साल का प्रतिबंध लगाया हुआ है। पीएफआई के खिलाफ आरोप ये भी हैं कि विभिन्न इस्लामी आतंकवादी समूहों के साथ उसके कथित संबंध हैं। इस संगठन का नाम लगातार हिंसा के मामलों में जुड़ता रहा है।
पीएफआई 2006 में उस वक़्त सुर्खियों में आया था जब दिल्ली के राम लीला मैदान में नेशनल पॉलिटिकल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। तब लोगों की बड़ी संख्या में लोगों ने यहां उपस्थिति दर्ज कराई थी। यह माना जाता है कि इसकी पूरी राजनीति मुस्लिमों के इर्द-गिर्द ही चलती है। देश में 23 राज्य ऐसे हैं, जहां पीएफआई अपनी गतिविधियां चला रहा था। यह संगठन खुद को न्याय, स्वतंत्रता और सुरक्षा का पैरोकार बताता रहा है। (वेबदुनिया/एजेंसी)