दिल्ली सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, यह ऊर्जा संचय प्रणाली भारत में पहली है और इससे बिजली वितरण के मामले में विद्युत आपूर्ति भरोसेमंद होगी और किसी आपात स्थिति में ग्रिड के फेल होने की स्थिति टालने में भी मदद मिलेगी।
जैन ने कहा, यह बैटरी प्रणाली 10 से 20 साल तक काम करेगी। अधिक मांग होने पर ट्रांसफार्मर सामान्यत: जल जाते हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। यह प्रणाली केवल एक या दो महीने काम करेगी। जून और जुलाई के महीने में बिजली की मांग चरम पर होती है, तब बैटरी बिजली की आपूर्ति में मदद करेगी।(भाषा)