हालांकि राज्यपाल ने कहा है कि देवेन्द्र फडणवीस को 11 नवंबर को रात 8 बजे तक बहुमत साबित करना होगा। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105 सीटें मिली हैं, जबकि शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 एवं कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा और शिवसेना ने एक साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन, बाद में मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों में खींचतान शुरू हो गई थी। सेना ने एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
हालांकि शिवसेना को उपमुख्यमंत्री पद देने को तैयार है, लेकिन शिवसेना का कहना है कि 50-50 फॉर्मूले के तहत ढाई साल भाजपा का मुख्यमंत्री होना चाहिए और ढाई साल शिवसेना का। दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी काफी हुए थे।