महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे का इस्तीफा स्वीकार

शनिवार, 4 जून 2016 (18:00 IST)
मुंबई। जमीन घोटाले के आरोपों से घिरे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर पद से इस्तीफा दे दिया। 


 
 
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उन्हें स्पष्ट और कड़े संकेत दिए जाने के बाद उन्होंने इस्तीफे का फैसला किया। आलाकमान से उन्हें संदेश दे दिया गया था कि उनके पास इस्तीफा देने के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है, क्योंकि उनके पद पर बने रहने से मंत्रालय की छवि खराब होगी जिसकी कमान भाजपा संभाल रही है।
 
खड़से ने मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के आधिकारिक आवास 'वर्षा' पर उनसे मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया। दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी प्रमुख अमित शाह को इस मुद्दे की जानकारी दी थी।
 
राज्य कैबिनेट में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभालने वाले और सरकार में 'नंबर दो' समझे जाने खड़से पिछले कुछ समय से विभिन्न आरोपों का सामना कर रहे थे जिनमें पुणे में भूमि सौदे में अनियमितता, माफिया डॉन दाऊद इब्राहीम के कराची स्थित आवास से खड़से को फोन आने तथा उनके 'पीए' द्वारा कथित रूप से रिश्वत मांगे जाने समेत विभिन्न मामले शामिल हैं।
 
उन पर आरोप है कि उन्होंने पुणे में अपनी पत्नी तथा दामाद के नाम पर 3.75 करोड़ रुपए की मामूली कीमत पर महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की 3 एकड़ जमीन इसके असली मालिक से खरीदी थी। बताया जाता है कि जमीन की बाजार कीमत 40 करोड़ रुपए है।
 
इन आरोपों से विचलित हुए बिना खड़से शुक्रवार शाम तक कह रहे थे कि भाजपा के केंद्रीय कमान से उन्हें उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है। उन्होंने इन आरोपों को भी बेबुनियाद बताया था।
 
न केवल विपक्षी कांग्रेस और राकांपा बल्कि सरकार की घटक पार्टी शिवसेना ने भी मांग की थी कि खडसे को कैबिनेट से निकाला जाए। 

इस्तीफा स्वीकार : फडनवीस ने ट्वीट किया कि उन्होंने खडसे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उसे राज्यपाल को भेज दिया है। मुख्यमंत्री को इस्तीफा सौपने से पहले श्री खडसे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके ऊपर लगे सभी आरोप तथ्यहीन हैं और जो भी आरोप लगाए गए हैं, उनका अभी तक किसी ने कोई प्रमाण पेश नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उनकी बातचीत को हैक करने वाले व्यक्ति पर भरोसा नहीं किया जा सकता। विपक्षी दल महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले कई वर्षों की मेहनत से भाजपा को मजबूत बनाया गया है लेकिन कुछ लोग पार्टी और सरकार को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। (भाषा/वार्ता) 

वेबदुनिया पर पढ़ें