इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद शनिवार देर रात सुभाषनगर थाने में कंपाउंडर सुनील शर्मा समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने किशोरी के कपड़े जांच के लिए कब्जे में ले लिए और जिला अस्पताल में उसका मेडिकल कराया। किशोरी के मेडिकल की रिपोर्ट का इंतजार है। इस घटना के बाद शनिवार को किशोरी ने अस्पताल में इलाज कराने से मना कर दिया।
दूसरी ओर अस्पताल अस्पताल प्रबंधन का कहना है हर बेड पर सीसीटीवी कैमरा लगा है, लेकिन जब पुलिस ने आईसीयू के कैमरे की फुटेज लेनी चाही तो पता चला कि कैमरे खराब हैं। पुलिस को सिर्फ अस्पताल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ही मिल सकी है। पुलिस का कहना है किशोरी और उसका पिता के बयान अलग-अलग हैं। उस वार्ड में अन्य कई मरीज भर्ती थे और उन्होंने ऐसी किसी घटना से इंकार किया है।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि किशोरी के उपचार का 21,900 रुपए के बिल में से नौ हजार भुगतान किया गया। अस्पताल प्रबंधन का किशोरी के पिता पर आरोप है बिल कम करने का दबाव बनाने के लिए बलात्कार का आरोप लगाया गया है।