उत्तराखंड उच्च न्यायालय के इस संबंध में दिए गए आदेश के अनुपालन में पुलिस ने जनवरी, 2018 में जज के हरिद्वार स्थित घर में छापा मारा था, जहां से उसे 13 वर्षीय लड़की मिली थी। बरामदगी के दौरान लड़की के शरीर पर चोटों के कई निशान पाए गए थे।
इसके बाद पुलिस ने शर्मा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया, जिसके एक महीने बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। हरिद्वार के जिला जज राजेंद्र सिंह द्वारा शर्मा के घर में लड़की के उत्पीड़न के संबंध में रिपोर्ट दिए जाने के बाद इस मामले में उच्च न्यायालय ने दखल दिया था।