भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन होने से बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी यातायात के लिए बाधित हो गया। यहां राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, हरिद्वार जिले के रूड़की के पास हरि अक्षय नगर फेज-1 के 70 घरों में बृहस्पतिवार रात को पथरी नदी का पानी भर गया। पानी से कॉलोनी की चारदीवारी भी टूट गई।
नदी का पानी निकटवर्ती खेतों में भी भर गया जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा। केंद्र के अनुसार, टिहरी जिले के बाणगंगा क्षेत्र में गेंवली गांव में भारी बारिश से आधा दर्जन से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए। रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ के रास्ते में फाटा गांव में हेलीपैड के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने से उसके मलबे के नीचे दबने से नेपाल के चार मजदूरों की मृत्यु हो गई।
रजवार ने बताया कि मृतकों की पहचान तुल बहादुर, पूर्णा नेपाली, कृष्ण परिधार और दीपक बूरा के रूप में हुई है। परिचालन केंद्र ने बताया कि हरिद्वार जिले के लक्सर के कांगदी क्षेत्र में वर्षा से उफनाई गंगा नदी में नहाते समय राहुल नाम का एक व्यक्ति बह गया।
एसडीआरएफ तथा जल पुलिस की मदद से नदी में बहे व्यक्ति की तलाश की जा रही है। राहुल हरिद्वार जिले के शेरपुर बेला गांव का निवासी था। उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में बृहस्पतिवार रात को मूसलाधार बारिश हुई जिससे जगह-जगह हुए भूस्खलन के कारण केदारनाथ, बद्रीनाथ और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हो गए।
केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग शेरसी और ब्यूंगाड में भूस्खलन का मलबा आने से अवरुद्ध हो गया जबकि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग, हनुमानचट्टी और कंचनगंगा में बाधित है। भारी बारिश के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा बनस नामक स्थान पर बह गया। देहरादून में भी रातभर हुई मूसलाधार बारिश के कारण कोचर कॉलोनी, मालदेवता, माजरीमाफी सहित कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour