महिला का आरोप, पति-ससुर करते हैं लड़कियां सप्लाई, UPWC की फटकार से आंसू पोंछते नजर आए दरोगा

हिमा अग्रवाल

बुधवार, 3 अगस्त 2022 (21:04 IST)
उत्तर प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा और उत्पीड़न के प्रति बेहद संवेदनशील है। इसका एक प्रत्यक्ष प्रमाण मेरठ में उस समय देखने को मिला जब यूपी महिला आयोग की उपाध्यक्षा सुषमा सिंह जन सुनवाई कर रही थीं। मवाना थाना क्षेत्र की एक महिला ने महिला आयोग अध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाते हुए अपनी आपबीती सुनाई। महिला ने पति और ससुर के कारनामों के सबूत भी सुषमा सिंह को दिखाए, जिसके बाद वे गुस्से से तमतमा गईं और दरोगा तीरथ सिंह की जमकर क्लास ली।

राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष के सामने खड़ी इस महिला का नाम शिवानी है। अपने साथ हुए उत्पीड़न को रो-रोकर साक्ष्य के साथ यह सुषमा सिंह को सुना रही हैं। पीड़िता का आरोप है कि उनका ससुर और पति मवाना के एक होटल में लड़कियों की सप्लाई का गोरखधंधा करते हैं और लड़कियों के रेट भी लगाते हैं। यह तमाम चैट पीड़ित महिला ने सुषमा सिंह को दिखाई तो वह गुस्से से आगबबूला हो गईं। उन्होंने मवाना थाने के दरोगा तीरथ सिंह को तलब करते हुए जमकर लताड़ लगाई। सुषमा सिंह की डांट खाकर दरोगा अपने आंसू पौंछते नजर आएं।

सुषमा सिंह ने दरोगा तीरथ सिंह को फटकारते हुए कहा कि तुम्हें सस्पेंड हो जाना चाहिए, तुम्हारे बेटी है या नहीं, तुम इस समाज में रहते हो या नहीं। बेटियों के साथ इस तरह का व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिसने भी महिलाओं और बेटियों के रेट लगाकर बेचने की कोशिश की है उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

तीन दिन से (दरोगा तीरथ सिंह) मामला जानकारी में था कुछ नहीं किया, दरोगा को भी जबाव तलब करो। जो आदमी महिलाओं के रेट लगा रहा है, बताओ उसकी बीवी कहां सुरक्षित है, महिलाओं के प्रति कहां संवेदनशील हो। जिस होटल में यह कृत्य हो रहा है तुरंत बंद हो जाना चाहिए।

पीड़ित महिला ने बताया कि 5 महीने पहले उसके ससुर ने रेप की कोशिश की, जिसका मुकदमा मवाना थाने में कायम हुआ। उसके 5 महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक मामले में कार्रवाई नहीं हुई। ससुराल पक्ष के लोग दबंग हैं उनके बड़े-बड़े अधिकारियों और जजों से संबंध हैं, धमकी देते हैं, उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है। महिला आयोग उपाध्यक्ष के तेवर देखकर जनसुनवाई में मौजूद सभी अधिकारी सहम गए। अब देखना होगा कि पीड़िता को न्याय कब तक मिल पाता है।
राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा सिंह ने 36 महिलाओं की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों को कार्रवाई के आदेश दिए। सुषमा सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान में समानता की दृष्टि से महिला और पुरुष को समान मौलिक अधिकार दिए गए हैं। महिलाओं को भी समाज में पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त हैं, इसलिए वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें।

सुषमा सिंह ने कहा कि सरकार उनके साथ है, महिला आयोग उनके साथ है, इसलिए अपने साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ निडरता के साथ आवाज उठाएं। सरकार द्वारा संचालित महिला हेल्पलाइन 181 पर मदद लें, राज्य महिला आयोग के व्हाट्सऐप नंबर 06306511708 पर महिलाएं अपनी शिकायत भेज कर भी अपनी समस्या का निस्तारण करा सकती हैं।

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