एक अधिकारी ने कहा, प्रारंभिक जांच में पता चला कि गबन की गई राशि हस्तांतरित कर कई बैंक खातों में डाली गई और उसके बाद धोखाधड़ी से निकाली गई। उन्होंने बताया कि यह पता चला कि तंगधार शाखा में बहीखाता, खाता खोलने के फॉर्म आदि में गड़बड़ी की गई, ताकि गलत एंट्री दिखाई जा सके और बाद में आरोपियों ने खाताधारकों की जानकारी या मंजूरी के बिना गलत तरीके से राशि निकाली। अधिकारी ने बताया कि दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया और जांच की जा रही है। (भाषा)