चिनाब घाटी में पर्यटन विकास है सबसे बड़ा मुद्दा

गुरुवार, 20 नवंबर 2014 (16:12 IST)
भद्रवाह (जम्मू-कश्मीर)। चिनाब के इस इलाके को इसकी खूबसूरती की वजह से लोगों के बीच ‘छोटा कश्मीर’ के नाम से जाना जाता है। लेकिन पहाड़ों से घिरे भद्रवाह के लोगों का आरोप है कि ‘भेदभाव’ की वजह से विकास की बयार उनके यहां तक नहीं पहुंची है। उनके यहां आम पर्यटक सुविधाओं तक का अभाव है।
 
जम्मू क्षेत्र में पड़ने वाले भद्रवाह में पहले चरण के दौरान 25 नवंबर को चुनाव होना है। वहां के अधिकतर निवासियों का कहना है कि इस बार चुनाव में मत वे उसी प्रत्याशी को देंगे, जो उनके इलाके को भारत के पर्यटन मानचित्र पर जगह दिलाएगा।
 
भद्रवाह के एक निवासी मनोज कुमार का कहना है कि हमारे पास सबकुछ है। यहां खूबसूरत घास के मैदान, पहाड़ियां, हरे-भरे जंगल और मनोरम झरने हैं, लेकिन हमें हमेशा नजरअंदाज किया गया है। कुमार ने बताया कि इस बार यहां के लोग एक ऐसे प्रतिनिधि को चुनेंगे, जो उन्हें विकास का हिस्सा बनाए।
 
भद्रवाह के ही एक अन्य निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि भद्रवाह में हमेशा हमें नजरअंदाज किया गया है, लेकिन अब और ऐसा नहीं चलेगा। यहां आम पर्यटक सुविधाओं का भी अभाव है इसलिए इस बार हम उस प्रत्याशी को वोट देंगे, जो सिर्फ वादे न करे बल्कि क्षेत्र में विकास भी लाए।
 
जम्मू-कश्मीर के चुनाव में भाग ले रहीं लगभग सभी पार्टियां जहां चिनाब घाटी के मतदाताओं को लुभाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं वहीं चिनाब घाटी के लोगों को भी पार्टियों के वरिष्ठ राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय नेताओं से सीधी बात करने का मौका मिल रहा है। पार्टियों को उम्मीद है कि राज्य में बनने वाली अगली सरकार में यहां की सीटें निर्णायक भूमिका निभाएंगी।
 
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद पहले ही क्षेत्र में कई रैलियां कर चुके हैं। भाजपा ने भी अपने सभी वरिष्ठ नेताओं को प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने के लिए चिनाब घाटी में उतार दिया है।
 
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार और शुक्रवार को किश्तवाड़ और भद्रवाह में कई रैलियों को संबोधित करने वाले हैं। पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह भी शुक्रवार को रामबन में एक रैली को संबोधित करेंगे।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 22 नवंबर को किश्तवाड़ में एक जनसभा करना तय है और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 21 नवंबर को बनिहाल में एक रैली को संबोधित करेंगी।
 
स्थानीय बलबीर सिंह का कहना है कि आप खुद ही समझ सकते हैं कि चिनाब घाटी में चुनाव इस बार कितना महत्वपूर्ण है इसीलिए सभी वरिष्ठ नेताओं की चुनाव प्रचार सूची में यहां का नाम अवश्य है। यहां के निवासियों की कई मांगें हैं लेकिन सबसे मुख्य मांग पर्यटन का विकास करना है। (भाषा) 

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