घटना की सूचना पाकर आईजी, कमिश्नर, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित कई अफसर मौके पर पहुंचे और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए रणनीति बनाई लेकिन घटना के 32 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं निकाल पाई है। बदमाशों की तलाश के लिए यूपी एसटीएफ, एन्टी स्ट्रोक्शन सेल क्राइम ब्रांच व नोएडा पुलिस के अधिकारियों को लगाया गया है।
पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि यह घटना लूट व बलात्कार की है। पुलिस के कुछ लोगों ने उनसे जबरन यह बात कहलवा दी थी कि इसके पीछे किसी दुश्मन का हाथ है। पुलिस बावरिया गैंग, एक्सप्रेस हाईवे पर एक्सल डालकर लूट करने वाले मेवाती गैंग व पूर्व में हाईवे पर लूट करने के मामले में जेल गए बदमाशों की कुंडली खंगाल रही है।