पिता की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचा जीतू सोनी गुजरात से गिरफ्तार
रविवार, 28 जून 2020 (18:26 IST)
इंदौर (मध्यप्रदेश)। मानव तस्करी और दुष्कर्म समेत 47 आपराधिक मामलों में पिछले सात महीने से फरार वांछित आरोपी जीतू सोनी को मध्यप्रदेश पुलिस ने पड़ोसी गुजरात से रविवार सुबह गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी पर करीब 1.5 लाख रुपए का इनाम घोषित था और उसे धर दबोचे जाने के बाद कुख्यात हनी ट्रैप कांड को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विवेक शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, 'हमने करीब 1.5 लाख रुपए के इनामी आरोपी जितेंद्र सोनी उर्फ जीतू (62) को मुखबिर की सूचना पर गुजरात के अमरेली जिले में उसके पुश्तैनी गांव धारग्नि से गिरफ्तार किया, जहां वह अपने पिता की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचा था।'
उन्होंने बताया कि मानव तस्करी, दुष्कर्म, जालसाजी और धोखाधड़ी समेत 47 आपराधिक मामलों में सोनी की मुख्य आरोपी के रूप में तलाश की जा रही थी। इनके अलावा, शहर के अलग-अलग थानों में उसके खिलाफ 17 पुराने प्रकरण भी दर्ज हैं। शर्मा ने बताया कि सोनी ने शुरूआती पूछताछ में पुलिस को बताया कि फरार रहने के दौरान वह गुजरात के साथ ही महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर छिपा था।
संगीन आपराधिक मामलों में गिरफ्तार सोनी इंदौर के सांध्य दैनिक 'संझा लोकस्वामी' का मालिक और प्रधान संपादक भी है। पिछले साल के अंत में उसके परिवार के डांस बार, दो बंगलों, होटल और रेस्तरां समेत अलग-अलग ठिकानों पर पुलिस एवं प्रशासन की बड़ी कार्रवाई से पहले, शाम का यह अखबार हनी ट्रैप मामले में फंसे राजनेताओं और नौकरशाही से जुड़े रसूखदार लोगों से कथित रूप से संबंधित ऑडियो-वीडियो पर आधारित खबरें प्रकाशित और प्रसारित कर रहा था।
यह पूछे जाने पर कि क्या सोनी के कब्जे से हनी ट्रैप मामले से जुड़ी कोई सामग्री बरामद की गई है? आईजी ने जवाब दिया, 'हम अलग-अलग मामलों में सोनी से पूछताछ करने के साथ ही उसके ठिकानों की तलाशी लेंगे। अगर हमें जांच के दौरान ऐसी कोई भी सामग्री मिलती है, जिसकी जानकारी हम मीडिया से साझा कर सकते हैं, तो हम इसका ब्योरा जरूर देंगे।'
इस बीच, सियासी आलोचक सूबे में 3 महीने पहले हुए सत्ता परिवर्तन के बाद सोनी की गिरफ्तारी के राजनीतिक मायने भी तलाश रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि उस हनी ट्रैप मामले को लेकर सरकारी स्तर पर सरगर्मियां तेज हो सकती हैं, जो पिछले कुछ समय से ठंडे बस्ते में है।
वर्ष 2019 के उत्तरार्ध में सूबे के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचाने वाले इस हाईप्रोफाइल सेक्स काण्ड का खुलासा कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था। कांग्रेस के ही 22 बागी विधायकों के पाला बदलकर भाजपा में शामिल होने के बाद मार्च में इस सरकार का पतन हो गया था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सूबे की सत्ता में लौट आई थी।
हनी ट्रैप गिरोह की 5 महिलाओं और उनके ड्राइवर को भोपाल और इंदौर से सितंबर 2019 में गिरफ्तार किया गया था। गिरोह खुफिया कैमरों से अंतरंग पलों के वीडियो बनाकर अपने 'शिकारों' को इस आपत्तिजनक सामग्री के बूते ब्लैकमेल करता था। (भाषा)