गौरतलब है कि कमल ने 12 मार्च को एक तमिल टेलीविजन को दिए अपने साक्षात्कार में महाभारत पर टिप्पणी की थी। शो में जब महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हमारे देश में एक ऐसे ग्रंथ की पूजा होती है जिसमें जुए में एक महिला को दांव पर लगाने की कहानी है। ऐसे में महिलाओं के खिलाफ हिंसा से हैरानी नहीं होनी चाहिए। (वार्ता)