बर्फबारी से कश्मीर अस्त-व्यस्त, हिमस्खलन की चेतावनी, सड़क, ट्रेन और हवाई सेवाएं रद्द
जम्मू। कश्मीर में एक बार फिर हुई बर्फबारी ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। करीब 3 दिन बाद श्रीनगर हवाई अड्डे पर बहाल हुई हवाई सेवा को मौसम खराब होने की वजह से स्थगित कर दिया गया है। एयरपोर्ट निदेशक कुलदीप सिंह ने कहा कि बर्फबारी व धुंध की वजह से कम दृश्यता के चलते फिलहाल 10 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है, वहीं रेलवे ने भी रात से जारी भारी बर्फबारी के चलते बारामूला-बनिहाल सेक्शन के बीच चलने वाली ट्रेनों को आज शनिवार के दिन रद्द कर दिया था। 3 दिनों से कश्मीर बर्फ से सफेद तो हो गया है लेकिन कुदरत के कहर से त्राहि-त्राहि मची हुई है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद होने से खाने-पीने की वस्तुओं की जबर्दस्त किल्लत महसूस होने लगी है।
मौसम में 1 दिन हल्के सुधार के बाद आज शनिवार सुबह ही निचले क्षेत्रों में फिर बारिश और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। शुक्रवार शाम को भी यहां भारी बर्फबारी हुई थी। श्रीनगर में बर्फबारी की गति इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में सड़कें, गली, कूचे तथा मकानों की छतें सफेद हो गईं। गुलमर्ग के अलावा जम्मू संभाग के पत्नीटाप में 1 फीट, नत्थाटाप में ढाई फीट तक बर्फ जमा हो चुकी थी। कठुआ के बनी तथा राजौरी-पुंछ जिले में भी जमकर हिमपात हुआ। इधर जम्मू में जमकर बादल बरसे।
मौसम विभाग ने उच्च पर्वतीय इलाकों बांडीपोरा, बारामूला, कूपवाड़ा, बड़गाम, अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम, पुलवामा व गंडरबल में हिमस्खलन की चेतावनी दी है। प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे आज तीसरे दिन भी नहीं खुल पाया है। जवाहर टनल के आसपास के इलाकों में बर्फबारी व रामबन में हुए भूस्खलन के कारण अभी हाईवे को बंद रखा गया है। बर्फबारी के कारण दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जिंदगी दूभर हो गई है। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी घंटों बर्फ के बीच पैदल चलकर अस्पतालों में पहुंचना पड़ रहा है।
हिमस्खलन और भूस्खलन की चेतावनी : कश्मीर में 3 दिनों से हो रही भयानक बर्फबारी के बीच अधिकारियों की उस चेतावनी ने कश्मीरियों को दहशतजदा कर दिया है जिसमें कहा गया है कि ऊंचाई वाले इलाकों में अगले 4-5 दिनों तक हिमस्खलन और भूस्खलन का खतरा मंडराता रहेगा। ऐसे में इन इलाकों में रहने वालों को घरों से बाहर निकलने की मनाही की गई है।
दरअसल, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जम्मू और कश्मीर संभाग के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। यही नहीं, ऊंचाई वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को यह स्पष्ट हिदायत दी है कि वे इस दौरान अपने घरों से बाहर न निकलें।