वित्तीय फर्जीवाड़ा से जुड़े इस अपराध को कथित रूप से कोच्चि के एक फर्म ने अंजाम दिया है जो कुवैत के लिए नर्सों की भर्ती करती है। फर्म ने पिछले एक साल में सैकड़ों नर्सों की भर्ती की है और प्रत्एक से फीस के रूप में 19.50 लाख रूपए लिए। जबकि एजेंसी को सेवा शुल्क के रूप में महज 19,500 रूपए लेने थे।
फर्म पर आरोप है कि उसने 19.50 लाख रुपए देने वाले आवेदकों से जबरन लिखित में लिया कि उन्होंने अनिवार्य सेवा शुल्क के रूप में महज 19,500 रुपए ही दिए हैं। भर्ती एजेंसी पर आयकर की छापेमारी के दौरान बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। (भाषा)