ट्रैफिक पुलिसकर्मी प्रकाश घोष, बालीगंज आईटीआई में ड्यूटी के दौरान सड़क किनारे एक बच्चे को पढ़ाते हैं। आठ साल का यह बच्चा तीसरी क्लास में पढ़ता है। उसकी मां पास ही एक दुकान पर काम करती है। एक दिन बच्चे की मां बच्चे की पढ़ाई को लेकर प्रकाश के समक्ष अपनी चिंता जाहिर की। जवाब में प्रकाश ने हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
इसके बाद प्रकाश बच्चे के शिक्षक बन गए और सड़क पर खड़े होकर बच्चे को पढ़ाने लगे। बच्चा एक पेड़ नीचे बैठकर पढ़ाई करता है। हालांकि बच्चे की मां को अंदाजा नहीं था प्रकाश उसकी बात को इतनी अहमियत देंगे। प्रकाश बच्चे को होमवर्क देने के साथ ही वर्तनी की अशुद्धियां सुधारना, उच्चारण सिखाना, हस्तलेखन सुधारना आदि पर भी ध्यान रखते हैं। ड्यूटी एवं बच्चे की शिक्षा दोनों ही काम प्रकाश पूरी ईमानदारी के साथ कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर जब इस पुलिसकर्मी की पढ़ाते हुए फोटो वायरल हुई तो लोगों ने दिल खोलकर इसकी तारीफ की। फेसबुक पोस्ट में प्रकाश को 'शिक्षक सिपाही' लिखा गया है। पोस्ट के मुताबिक, मां और बेटे के पास घर नहीं है और दोनों फुटपाथ पर रहते हैं, लेकिन मां को उम्मीद है कि उसका बेटा गरीबी की बेड़ियों से मुक्त होकर दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा।