कोटा का कलंक बने छात्रों के गैंग, पढ़ाई के नाम पर खूनी खेल...

शनिवार, 14 मई 2016 (13:42 IST)
इंजिनियरिंग और मेडीकल परीक्षा की कोचिंग के हब के तौर पर जाने वाले राजस्थान के शहर कोटा में सरेआम बिहारी छात्र की हत्या के बाद चौंकाने वाली जानकारियां निकल कर आ रही हैं। हालिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि कोटा में इस समय एक लाख से भी अधिक छात्र हैं जो अन्य प्रदेशों, शहरों से यहां उच्च शिक्षा की परीक्षाओं की तैयारी के लिए आए हैं।

यहां के महावीर नगर इलाके में ही 25 से अधिक कोचिंग इस्टिट्यूट हैं जहां हजारों छात्र पढ़ने आते हैं। इसी महावीर नगर में गुरुवार रात छात्रों के गुट ने बिहार से यहां पढ़ने आए सत्यप्रकाश नाम के छात्र की सरेराह हत्या कर दी थी और एक छात्र को घायल कर दिया था। 
यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में कोटा का माहौल बहुत बदल गया है। कभी यहां पढ़ने वाले बच्चे ही दिखाई देते थे लेकिन अब यहां छात्रों के गुट बन गए हैं जो अक्सर विवाद करते हैं। क्षेत्र के पुलिस अधिकारी भी दबी जबान में मानते हैं कि यहां अब क्षेत्र विशेष के गुट बनने लगे हैं और इसका एक बड़ा कारण है कि कई छात्रों का मानना है कि यदि वे अपने क्षेत्र के गुट विशेष से जुड़ेंगे तो उन्हें फायदा होगा जैसे कोई उन्हें परेशान नहीं कर पाएगा या कोई विवाद होने पर उन्हें समर्थन मिलेगा। 
 
इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन छात्रों को नामजद किया है। हालांकि कोटा पुलिस ने मामले में अब तक जिन छात्रों को नामजद किया है, वे सभी बिहार के हैं और बताया जा रहा है कि यहां बिहार के छात्रों के बीच आपसी गुटबाजी के कारण अक्सर झगड़े होते रहते हैं।
 
कोटा के महावीर नगर थाना पुलिस ने आधा दर्जन हमलावर छात्रों को नामजद किया है। इनमें से ज्यादातर छात्र एक ही कोचिंग संस्थान में बताए जा रहे हैं। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इन छात्रों ने बिहार एक्शन टाइगर फोर्स बना रखी है। जिन पार्कों में ये लोग मिलते हैं, उन्हें बीटी पार्क कहते हैं। शाम ढलते ही इन छात्रों के गुट सक्रिय हो जाते हैं। आए दिन इनके बीच विवाद होते रहते हैं। 
 

अब इस मामले पर क्षेत्रीय राजनीति भी सामने आ गई है। कोटा के विधायक भवानी सिंह राजावत ने मामले में विवादित बयान देते हुए कहा है कि कोटा में रह रहे बिहार के छात्रों को वापस भेज देना चाहिए। ऐसे छात्रों को कोटा के कोचिंग में प्रवेश ही नहीं देना चाहिए। राजावत ने कहा कि अपराधिक गतिविधियों में लिप्त बिहार के छात्र रात में अपराध करते हैं और दूसरे राज्यों के छात्रों को परेशान करते हैं। आज हत्या हुई, कल कोई दूसरा कन्हैया पैदा हो गया तो दूसरी राष्ट्रविरोधी गतिविधियां भी हो सकती हैं।

उधर इस मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिख कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। 
 
कोचिंग संस्थानों पर लगाए आरोप : इस बीच, मृत छात्र के परिजन कोटा पहुंच गए। यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कोचिंग संस्थानों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पैसा लेने के लिए ये संस्थान कई बार फोन करते हैं, लेकिन इस घटना की जानकारी उन्हें दूसरों से मिली। उन्होंने कहा कि वे इन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ पूरे बिहार में लोगों को जगाने का काम करेंगे ओर इस बारे में प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखेंगे।

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