जानकारी के मुताबिक महिला ने एक एनजीओ की मदद से बैंक खाता भी खुलवाया था। देवकी चाहती थीं कि उसके पैसे का सदुपयोग हो। हालांकि देवकी अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी सालों की जमा पूंजी महान कार्य के लिए दान की गई है। भिखारी महिला के परिचितों ने 6.6 लाख रुपए का बैंक ड्रॉफ्ट जिले के कलेक्टर को सौंपा।