राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के वन विभाग की टीमें पहुंचीं : करौली के सिमारा गांव के खेतों में शनिवार को ग्रामीणों ने चीते को देखा और वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना पर चीते को बचाने और मानव-पशु संघर्ष को रोकने के लिए राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर उसे पकडने की कार्रवाई शुरू की। करौली के वन्यजीव उप वन संरक्षक पीयूष शर्मा ने बताया कि सिमारा गांव में एक जंगली जानवर के बारे में जानकारी मिली थी। जानवर की पहचान नर चीते के रूप में की गई है।
4 महीने पहले भी राजस्थान में चीता मिला था : उन्होंने बताया कि चीता मध्यप्रदेश के श्योपुर और सबलगढ़ से होते हुए गांव तक पहुंचा है। मध्यप्रदेश के ये दोनों शहर चंबल नदी से सटे हुए हैं और करौली का सिमारा गांव भी चंबल के किनारे स्थित है। यह पहला मौका नहीं है, जब कूनो राष्ट्रीय उद्यान से चीता भटककर राजस्थान में आ गया है। 4 महीने पहले भी मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से से लापता चीता प्रदेश के बारां जिले के जंगल में मिला था। इस पर कूनो की टीम बारां पहुंची और उसे बेहोश कर उसे पकड़ा गया था।(भाषा)