पवार ने बजट में राजस्व संग्रह 3,68,987 करोड़ रुपए जबकि राजस्व व्यय 3,79,213 करोड़ रुपए रहने का अनुमान लगाया है। उपमुख्यमंत्री की भी जिम्मेदारी संभाल रहे पवार ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी का राज्य की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रतिकूल असर पड़ा है। संशोधित अनुमान के अनुसार 2020-21 में कर राजस्व 2,18,263 करोड़ रुपए रहने की संभावना है।
वित्त मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मैं मौजूदा स्टांप शुल्क में एक प्रतिशत छूट का प्रस्ताव करता हूं। यह छूट उन महिलाओं को मिलेगी, जिनके नाम पर संपत्ति हस्तांतरित की जाती है या फिर संपत्ति रजिस्ट्री की जाती है। उन्होंने कहा कि इस छूट से राजस्व पर 1,000 करोड़ रुपए का असर पड़ेगा।
पवार ने शराब पर राज्य उत्पाद शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव किया। देशी शराब को दो श्रेणी- ब्रांडेड और गैर-ब्रांडेड श्रेणी में रखा जाएगा। केवल ब्रांडेड देशी शराब पर विनिर्माण लागत का 220 प्रतिशत या 187 रुपए प्रति लीटर की दर से, जो भी ज्यादा हो, उत्पाद शुल्क लगाया जाएगा। इससे सरकारी खजाने को 800 करोड़ रुपए अतिरिक्त प्राप्त होंगे।
बजट में बुनियादी ढांचा विकास के लिए 58,748 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री के अनुसार बजट में राजकोषीय घाटा 66,641 करोड़ रुपए अनुमानित है।