मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'शिक्षित बनो, संघर्ष करो, संगठित रहो' बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर का वह अमर वाक्य है, जो करोड़ों दलितों व पिछड़ों को आगे बढ़ने की प्रेरणा व शक्ति देता है, पर गुजरात सरकार की पुस्तक में उसे गलत पढ़ाया जा रहा है, जो कांग्रेस की तरह बीजेपी के आंबेडकर व दलित-विरोधी चेहरे को बेनकाब करता है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि दलित अत्याचार व उत्पीड़न के जघन्य अपराधों के साथ-साथ गुजरात बीजेपी सरकार के इस प्रकार के घोर षड्यंत्रकारी कदम का तीव्र विरोध स्वाभाविक है। परम पूज्य डॉ. आंबेडकर के ऐतिहासिक नारों/उद्धरणों को तोड़-मरोड़कर पढ़ाने का बसपा तीव्र विरोध करती है व उसे तत्काल वापस लेने की मांग करती है। (भाषा)