रविवार को हुई बीएसपी की एक अहम बैठक में मायावती ने अपने बयान से जाहिर कर दिया कि उनका अब सपा से मोहभंग हो गया है और उन्होंने उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में अकेले ही लड़ने का ऐलान कर डाला। इस बीच, समाजवादी पार्टी ने कहा है कि बसपा गठबंधन तोड़ने के बहाने ढूंढ रही है। यदि वह अकेले चुनाव लड़ेगी तो सपा भी अकेले चुनाव लड़ेगी।
खबरों के मुताबिक, रविवार को हुई बीएसपी की एक अहम बैठक में मायावती ने अपने बयान से जाहिर कर दिया कि उनका अब सपा से मोहभंग हो गया है और उन्होंने उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में अकेले ही लड़ने का ऐलान कर डाला।
बैठक में मायावती ने कहा कि उनकी नजर में अब अखिलेश यादव की कोई अहमियत नहीं है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव से उनके रिश्ते व्यक्तिगत तौर पर अच्छे हैं, वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव अभी तक पूरी तरह से सधे और रक्षात्मक बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ वर्ष 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरुद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया।