अब्दुल्ला ने कहा कि उनके छह वर्ष के शासनकाल के दौरान कोई खुफिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें कश्मीर में चीन के हस्तक्षेप की बात हुई हो। हालांकि लद्दाख क्षेत्र में कभी-कभी घुसपैठ की घटनाएं जरूर हुई थीं। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर श्री अब्दुल्ला ने लिखा, मुख्यमंत्री को जम्मू-कश्मीर खासकर कश्मीर घाटी में बिगड़ती सुरक्षा-व्यवस्था पर चीन की भूमिका स्पष्ट करने की जरूरत है।
सुश्री मुफ्ती की बात का समर्थन करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भी कश्मीर घाटी में बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराने संबंधी बयान का जिक्र करते हुए श्री अब्दुल्ला ने कहा कि दो मुख्यमंत्रियों ने चीन की भूमिका पर सवाल उठाया है। संसद में इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए और सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।