अपना अनुभव बताते हुए माझी ने कहा कि वे 'पोंजी फर्म' के 'एजेंट' की मीठी बातों में आ गए और उन्होंने कुछ योजनाओं में जमा करने के लिए रुपयों का इंतजाम कर लिया। उन्होंने कहा कि हालांकि जब परिपक्वता का समय आया तो मुझे वे कंपनियां मिली ही नहीं जिनमें रुपए जमा किए गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि अब काफी बदलाव आ चुका है, क्योंकि केंद्र ने उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी तथा ठगी रोकने के लिए नियम बनाए हैं और उन्हें मजबूती प्रदान की है।(भाषा)