विनय शर्मा ने अन्य तीन दोषियों मुकेश, पवन और अक्षय कुमार सिंह के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रूख किया था। उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के मौत की सजा के फैसले को बरकरार रखते हुए इस मामले को विरल से विरलतम की श्रेणी में रखा था।