प्रयागराज। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी प्रयागराज पहुंचीं और एक दलित परिवार के 4 सदस्यों के मर्डर वाले परिवार से मुलाकात करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार को दलित विरोधी बताते हुए पूंजीपतियों की हितैषी बताया है। प्रियंका ने कहा, आज संविधान दिवस है। न्याय संविधान का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य है। मैं न्याय की लड़ाई के साथ हूं और सदा रहूंगी।
प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर है, यहां पर दलित, महिलाओं और किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। भाजपा की सरकार पूंजीपतियों की है। उन्होंने कहा कि यदि दलितों का साथ देने वाली सरकार होती तो एक दलित परिवार का खात्मा नहीं होता। बीते कल दलित पति-पत्नी और उनके दो बच्चों को सोते हुए कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया गया। पुरानी रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया है।
गौरतलब है कि पीड़ित परिवार पर दबंगों ने 2019, 2020 और सितंबर 2021 में हमला किया। जब इस परिवार के साथ हर स्तर पर नाइंसाफी हो रही थी तब यूपी सरकार और उनकी कानून व्यवस्था कहां थी। जब पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया गया तो सुरक्षा में अब पुलिस पिकेट लगा दी गई है। इस दौरान प्रियंका के साथ अजय कुमार लल्लू और अन्य नेता भी मौजूद रहे।
पीड़ित परिवार ने प्रियंका गांधी को बताया कि गांव का ही एक दबंग परिवार खेत के कब्जे को लेकर मृतक परिवार के साथ मारपीट करता था और इलाके की पुलिस भी हमेशा आरोपियों का ही साथ देती थी। हालांकि पीड़ित परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए आठ लोगों को पुलिस अपनी गिरफ्त में ले चुकी है।
इलाहाबाद आगमन पर प्रियंका की एक झलक पाने के लिए सड़कों पर उनके प्रशंसक उतर आए, तभी गाड़ियों के काफिले को चीरते हुए एक महिला हाथ में फूलमाला लेकर प्रियंका गांधी से मिलने पहुंचीं। प्रियंका ने महिला को पास बुलाकर भेंट करते हुए गाड़ी के अंदर से ही महिला को अपने साथ सेल्फी लेने दी।