उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले का पुरोला क़स्बा गुरुवार को पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पूरे नगर के चप्पे-चप्पे में पुलिस के सैकड़ों जवान तैनात किए गए हैं। महापंचायत को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखाई दिया। बाहर से महापंचायत में जा रहे लोगों को जहां-तहा रोका गया।
प्रशासन ने पुरोला में महापंचायत को रोकने के लिए धारा 144 लगाई तो यमुना घाटी व्यापार मंडल ने नाराजगी जाहिर कर दी। हिन्दू संगठन भी महापंचायत पर रोक के विरोध में दिखे। हिंदूवादी संगठन नारा लगाते दिखे कि पहाड़ों में लव जिहाद नहीं चलने देंगे। जय श्रीराम के नारे लगाते हुए नौगांव सड़क पर लोग लाउडस्पीकर के माध्यम से भाषणबाजी भी करते रहे।
दूसरी तरफ पुरोला महापंचायत मामले को लेकर गुरुवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को महापंचायत जैसे आयोजन पर रोक लगाने और हिंदू संगठनों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।हाईकोर्ट ने तीन सप्ताह में राज्य सरकार को काउंटर दाखिल करने के निर्देश दिए और कहा कि मामले में मीडिया में पब्लिसिटी न करे।
उधर पुरोला में प्रशासन की सख्ती से महापंचायत नहीं हो सकी। धारा 144 लागू होने से हिंदूवादी संगठन ने धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किया। जगह-जगह बैरिकेडिंग की हुई थी। इस बीच, नैनीताल हाईकोर्ट ने उत्तरकाशी मामले में सुनवाई करते हुए बड़ा फैसला दिया और आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए।
हाईकोर्ट ने सरकार से कहा कि पुलिस और प्रशासन ऐसे मामलों में सख्ती से कार्य करे। हाईकोर्ट ने कहा कि टीवी या सोशल डिबेट में कोई भी भाग नहीं लेगा।हाईकोर्ट ने सरकार से ये भी कहा कि मामले में किसी भी तरह के पोस्टर बैनर नहीं लगाए जाएंगे।
कैंची धाम के 59वें स्थापना दिवस पर भंडारे में शामिल हुए भक्त : नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम में चल रहे स्थापना दिवस में इस वर्ष अभूतपूर्व भीड़ देखने को मिली।कैंची धाम के 59वें स्थापना दिवस पर उनके भक्त लंबी-लंबी लाइनों में लगकर भंडारे में शामिल हुए और धाम के दर्शन किए।
बुधवार शाम तक बीस हजार से अधिक श्रद्धालु धाम में पहुंच गए और रातभर हनुमान चालीसा का पाठ किया। साथ ही बाबा के जयकारों से कैंची धाम को गुंजायमान किए रखा। नैनीताल शहर से 19 किलोमीटर दूर शिप्रा नदी से लगी हुई वैली में बसे कैंची धाम मंदिर में वर्ष 1965 से भंडारा होते आ रहा है।
हनुमान भक्त चमत्कारी नीम करौली बाबा के आशीर्वाद से लगातार भंडारे का आयोजन होता है और लाखों लोग यहां पैदल प्रसाद ग्रहण करने आते हैं। मंदिर में भक्तों को मालपुए और सब्जी का पैक्ड प्रसाद दिया गया। दूर-दूर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर प्रबंधन की तरफ से बाबा और मां के दर्शनों के बाद प्रसाद वितरण की पूरी व्यवस्था की गई।
Edited By : Chetan Gour