राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता की पार्टी दो दशकों से कांग्रेस की सहयोगी रही है। तेजस्वी ने मानहानि के मामले में गुजरात की एक अदालत द्वारा गांधी को दोषी ठहराए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये डरने का नहीं, लड़ने का वक्त है। मैं अदालत के आदेश पर टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन देश का हर नागरिक यह जान रहा है कि राहुल गांधी जी के साथ ऐसा क्यों हुआ।
उन्होंने अपने पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का जिक्र करते हुए कहा कि वह (लालू प्रसाद) 2014 से कह रहे हैं कि देश एक अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है जिसमें सभी लोग चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से हों और किसी भी पेशे में शामिल हों, अगर वे शासन की आलोचना करते हैं तो उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।
तेजस्वी ने केंद्र में सत्तासीन भाजपा और उसके नेताओं पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ये लोग महात्मा गांधी और बाबासाहेब भीम राव आंबेडकर की विरासत को नष्ट करने पर तुले हुए हैं। नोटबंदी एक बहुत बड़ा घोटाला था और अगर वह (मोदी) सत्ता में लौटते हैं तो लोकतंत्र और संविधान खत्म हो जाएगा तथा हम महात्मा गांधी के बजाय करेंसी नोटों पर उनकी तस्वीर देखेंगे।
उन्होंने कहा कि आज के ही दिन भगत सिंह ने शहादत प्राप्त की थी। मैं महान क्रांतिकारी को श्रद्धांजलि देने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शामिल हुआ था। आज जो कुछ हो रहा है, उसे देखते हुए अब डरने का नहीं, लड़ने का वक्त है। भाषा