पीड़िता का कहना है कि आंगनवाड़ी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर सभी महिलाओं को 2-3 महीने पहले सिरोही बुलाया गया था। वहां पर नगर परिषद के सभापति ने अपने परिचित के मकान में रुकने की व्यवस्था की। खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर देने से सभी महिलाएं बेहोश हो गई थी और बेहोशी की हालत में सभी महिलाओं के साथ सामूहिक गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया।