बच्ची के घर नहीं आने पर उसकी मां उसे तलाशने सुकल के घर गई, लेकिन उसने पीड़िता के बारे में कोई जानकारी नहीं होने से इंकार किया। इसके बाद जब अन्य ग्रामीणों ने सुकल से पूछताछ शुरू की तो वह रोने लगा और अपना जुर्म कबूल कर लिया। वह लोगों को एक पुरानी चावल मिल भी ले गया, जहां बच्ची बेसुध हालत में खून से लथपथ पाई गई।