अधिकारियों के मुताबिक पंजाब में जलजमाव वाले क्षेत्रों से 19000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है जबकि पड़ोसी हरियाणा में 3674 लोगों को खतरे वाले इलाकों से निकाला गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार और सोमवार के बीच दोनों राज्यों में हुई भारी बारिश से पंजाब के 14 और हरियाणा के 10 जिले प्रभावित हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पंजाब में बारिश जनित घटनाओं में अब तक 27 लोगों की जान गई है, जबकि हरियाणा में यह संख्या 16 है।
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर के फिरोजपुर इलाके का दौरा किया और हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मान जालंधर के लोहियां का भी दौरा करेंगे और बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि फतेहगढ़ साहिब सहित जलजमाव वाले इलाकों में पानी घट रहा है। उन्होंने बताया कि संगरूर जिले के मूनक सब डिवीजन के कई गांव अब भी घग्गर नदी के पानी में डूबे हुए हैं।
लुधियाना में बूढ़ा नाले का प्रदूषित पानी तेजपुर रोड, ढोका मोहल्ला, धर्मपुरा, शिवपुरी, शिवाजी नगर और कश्मीर नगर जैसी कई कॉलोनियों में घुस गया है। नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि इन कॉलोनियों से पानी निकालने के लिए पंप का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस बीच, पंजाब की विपक्षी पार्टियों ने आप सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि योजना और तैयारी की कमी है। वहीं मान ने गुरुवार को आरोप लगाया कि विपक्ष इस प्राकृतिक आपदा में भी राजनीति करने में लगा है। उन्होंने कहा कि पंजाब बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन केंद्र को भेजेगा लेकिन आर्थिक पैकेज की भीख नहीं मांगेगा।
अधिकारियों के मुताबिक बारिश की वजह से राज्य में 1.24 लाख हेक्टेयर से अधिक इलाके में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पंचकूला, झज्जर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत और यमुनानगर सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने पंचकूला जिले में हालात का जायजा लिया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)