रोहित शेखर हत्याकांड में बड़ा खुलासा, बढ़ती ही जा रही थी नफरत, अपूर्वा को था इस बात का शक

शुक्रवार, 26 अप्रैल 2019 (10:38 IST)
इंदौर। रोहित शेखर की हत्या की आरोपी अपूर्वा शुक्ला ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। अपूर्वा को शक था कि रोहित जिस महिला के साथ शराब पी रहा था, उसका बेटा रोहित की ही संतान है। 
 
पुलिस पुछताछ में खुलासा हुआ कि अपूर्वा को शक था कि जिस महिला के साथ उसका रोहित के साथ शराब पीने को लेकर झगड़ा हुआ था, उसका बेटा रोहित की संतान है। इस वजह से उसकी नफरत बढ़ती ही जा रही थी। रोहित का भाई सिद्धार्थ भी अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा इस महिला के बेटे को देने की बात करता था।
 
बेटे को मारकर परिवार खत्म कर दिया : रोहित शेखर तिवारी की मां उज्ज्वला ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को अपूर्वा को लेकर चेताया था, लेकिन उसने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और उनके बेटे को मार कर अपूर्वा ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया।
 
अस्पताल में भर्ती थीं मां, भेजा नोटिस : उज्ज्वला ने बताया कि शादी के कुछ दिनों बाद ही पिछले साल मई के आस-पास रोहित को छोड़कर जाने के बाद अपूर्वा ने रोहित को दो बार कानूनी नोटिस भेजा। उसने रोहित को कानूनी नोटिस भेजकर धमकी दी थी कि अगर उसने अपूर्वा के साथ सुलह नहीं किया तो वह उसके खिलाफ फौजदारी या दीवानी कार्रवाई करेगी। इन नोटिसों में वह निराधार आरोप लगाया करती और यह सब उस वक्त हुआ जब वह अस्पताल में भर्ती थीं।
 
पिछले साल 12 सितंबर को रोहित की सर्जरी हुई थी और अगले दिन उज्ज्वला वकील वेदांत वर्मा के घर पर अपूर्वा से मिलने वाली थीं। लेकिन जब वह अपूर्वा का इंतजार कर रही थीं, तब रोहित ने उन्हें बताया कि उसने पत्नी के साथ सुलह कर ली है।’’ 
 
इसलिए की थी रोहित ने सुलह : 75 वर्षीय उज्ज्वला ने कहा कि रोहित ने अपूर्वा से सुलह इसलिए की कि वह चाहता था कि उसके पिता (उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी) की अंतिम यात्रा शांतिपूर्ण हो। उन्होंने कहा कि उसने मुझसे कहा कि हमारे परिवार में काफी विवाद हुए हैं, अगर मैं पत्नी से अलग होता हूं तो इससे और अधिक विवाद होगा। मैं उसे जून तक का समय देता हूं, शायद वह बदल जाए।
 
परिजनों ने इस तरह किया बचाव : उत्तराखंड और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्याकांड की आरोपी अपूर्वा शुक्ला के बचाव में उनके परिजन उतर आए हैं। उन्होंने नई दिल्ली की साकेत कोर्ट में आवेदन देकर गुहार लगाई कि अपूर्वा से दो वकीलों की उपस्थिति में ही पूछताछ की जाए। परिजनों ने अदालत में कहा कि क्राइम ब्रांच ने पांच दिन से अपूर्वा को घर में नजरबंद कर रखा था। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए पूछताछ के दौरान वकीलों का उपस्थित रहना जरूरी है। कोर्ट ने परिजन का आवेदन स्वीकार लिया है।
 
उल्लेखनीय है कि बुधवार को पुलिस ने अपूर्वा को रोहित की हत्या के आरोप में हिरासत में ले लिया था। उसे साकेत कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से 15 दिन का रिमांड मांगा था। अपूर्वा के वकील ने इसका विरोध किया। इसके बाद कोर्ट ने अपूर्वा को दो दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।

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