खुद का एससी सर्टिफिकेट लेकर SC-ST आयोग पहुंचे समीर वानखेड़े
दलित साबित करने के जाति प्रमाण पत्र सौंपे
आर्यन खान को गिरफ्तार किया था
नई दिल्ली। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े ने सोमवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष विजय सांपला से मुलाकात की और खुद को दलित साबित करने के लिए अपना मूल जाति प्रमाण पत्र उन्हें सौंपा।
वानखेड़े से मुलाकात के बाद सांपला ने पत्रकारों से कहा कि उनके द्वारा दिए दस्तावेजों का सत्यापन महाराष्ट्र सरकार से किया जाएगा और उनके वैध पाए जाने पर वानखेड़े के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। वानखेड़े, क्रूज मादक पदार्थ मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों ने बताया कि वानखेड़े ने अपनी पहली शादी के तलाक के दस्तावेज, जन्म प्रमाण पत्र और अन्य कुछ दस्तावेज भी सौंपे हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि समीर वानखेड़े का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। मलिक का कहना है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा पास करने के बाद आरक्षण के तहत नौकरी पाने के लिए वानखेड़े ने अनुसूचित जाति श्रेणी के प्रमाणपत्र सहित कई फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। हालांकि वानखेड़े ने सभी आरोपों को खारिज किया है।
वानखेड़े और मुंबई इकाई के कई अधिकारियों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपए की मांग की थी। एनसीबी ने इन आरोपों की सतर्कता जांच के आदेश दिए हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने रविवार को वानखेड़े के समर्थन में सामने आते हुए कहा था कि अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं और अपने विभाग को गौरवान्वित कर रहे हैं, लेकिन एक मंत्री उनके तथा उनके परिवार के सदस्यों पर निजी हमले कर रहे हैं। हलदर, वानखेड़े के मुंबई स्थित आवास भी पहुंचे थे।