उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद बड़ा कदम उठाते हुए यासीन मलिक, सैयद अली शाह गिलानी, सलीम गिलानी, मौलबी अब्बास अंसारी समेत 18 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा बुधवार को वापस ले ली थी। इसके साथ ही 155 नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी सुरक्षा हटा दी गई थी।