हालांकि उन्होंने यह कहा कि उनके पिता को पिछले कुछ समय से गुर्दों की बीमारी के कारण काफी परेशानी हो रही है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे, लिहाजा वह कार्यक्रम में शरीक हो पाएंगे, इसमें संदेह है।
सगीर के मुताबिक उनके पिता हिंदू, मुस्लिम समेत सभी धर्मों से जुड़े लोगों के लावारिस शवों का उनकी आस्था के मुताबिक अंतिम संस्कार करते हैं। अब तक वह करीब 25,000 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं।