थरूर ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में मछुआरे आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े तबकों का प्रतिनिधित्व करते हैं और केरल के मछुआरे भी इसी हाल में रह रहे हैं। थरूर ने कहा कि केरल के मछुआरों के उस साहस की सभी को सराहना करनी चाहिए, क्योंकि उन्हीं की बदौलत अनेक लोगों को जीवनदान मिला है।