उन्होंने बताया कि करन नगर, शहीद गुंज, बाटमालू, शेरगारी, मैसूमा, कोठीबाग, क्रालखुद और राम मुंशी बाघ थाना क्षेत्रों में मोहर्रम को देखते हुए पाबंदियां लगाई गई हैं। मोहर्रम का पारंपरिक जुलूस इन इलाकों से होकर गुजरता था लेकिन वर्ष 1990 में आतंकवाद फैलने के बाद से इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है।