मंदसौर गोलीकांड: छात्र और मजदूर भी हुए पुलिस की गोली के शिकार...

शुक्रवार, 9 जून 2017 (17:09 IST)
मध्य प्रदेश के मंदसौर में मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों के उग्र होने पर पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी, जिसमें छह किसानों की जान चली गई। लेकिन इस किसान आंदोलन में हिंसा के दौरान मंदसौर में पुलिस गोलीबारी के दौरान जिन 6 लोगों की मौत हो गई थी उनमें सिर्फ किसान ही नहीं थे, उनके से एक छात्र था तो एक मजदूर। इसके पहले सोशल मीडिया में इनके कांग्रेस से जुडे होने के मैसेज भी वायरल हुए थे, आइए जानते ऐं क्या है सचाई...  
 
अभिषेक दिनेश पाटीदार एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, 12वीं क्लास का छात्र था और परिवार में मौजूद 4 भाई-बहनों में सबसे छोटा था। 
 
पूनमचंद उर्फ जगदीश पाटीदार ने 2016 में अपने पिता की मौत के बाद पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी और परिवार की 7 बीघा जमीन पर ही खेती करते थे। मौके पर मौजूद गवाहों के अनुसार जब पुलिस ने गोलीबारी की थी तो सबसे पहले पूनमचंद को ही गोली लगी थी। 
 
चैनराम गनपत पाटीदार की शादी इसी साल अप्रैल में हुई थी और उनके पास 2 बीघा जमीन भी है। उनके पिता मजदूरी करते हैं। सेना में जाने का सपना देखने वाले चैनराम की मौत पुलिस की गोली से हुई। 
 
सत्यनारायण मांगीलाल धनगर एक दिहाड़ी मजदूर थे जिसकी एक दिन की आय मात्र 200 रुपये तक की है। हालांकि उनके परिवार के पास 6 बीघा जमीन है, लेकिन उनके पास खुद के पास कोई जमीन नहीं है जिस वजह से वे मजदूरी करते थे। 
 
कन्हैयालाल धुरीलाल पाटीदार के सिर पर दो बच्चों की जिम्मेदारी थी और वे अपने तीन भाइयों के साथ मिलकर कुल सात बीघा जमीन पर खेती करते थे। 

वेबदुनिया पर पढ़ें