महाजन, इंदौर क्षेत्र की सांसद भी हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे हालिया पत्र में कहा, "मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली में (निजी) स्कूलों के संबंध में कानून के तहत कड़े नियम बनाकर शिक्षा विभाग द्वारा इनका सख्ती से पालन कराया जा रहा है। दिल्ली में इन नियमों के उल्लंघन पर (निजी) स्कूलों को टेकओवर कर राज्य सरकार द्वारा इनके संचालन का कड़ा प्रावधान भी है।"
महाजन ने दिल्ली के इन प्रावधानों की रोशनी में कहा कि अगर शिवराज उचित समझें तो मध्यप्रदेश के संदर्भ में आवश्यक नियम-कायदे तैयार कर स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा का चार्टर बनाया जा सकता है। उन्होंने यह भी सुझाया कि स्कूलों में छोटे और बड़े विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों के अलग-अलग टॉयलेट हों। पूरे स्कूल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। स्कूल के स्टाफ का अनिवार्य पुलिस सत्यापन कराया जाए। स्कूल बसों के ड्रायवर-कंडक्टरों के आचरण और सड़क पर उनके द्वारा यातायात व परिवहन के नियमों के पालन पर निगरानी रखी जाए।
गति सीमा तोड़कर दौड़ रही डीपीएस की बस यहां कनाड़िया क्षेत्र के बायपास रोड पर पांच जनवरी की शाम इस कदर अनियंत्रित हो गयी कि वह डिवाइडर फांदकर समानांतर लेन में जा घुसी और सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गयी थी। हादसे में छह से लेकर 13 वर्ष की आयु वाले चार स्कूली बच्चों के साथ बस ड्राइवर की मौत हो गयी थी। स्कूल बसों के परिवहन और रख-रखाव से संबंधित कायदों के उल्लंघन के आरोप में पुलिस मामले में डीपीएस के प्राचार्य समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। (भाषा)