दरअसल एक दिन पहले सोशल मीडिया में रजनी के नाम से लिखा गया पत्र चर्चा का विषय बन गया। रजनी ने आज ट्वीट कर इस बात से साफ इनकार किया कि वह पत्र उन्होंने नहीं लिखा, जिसमें दावा किया गया था कि मौजूदा कोरोना वायरस महामारी, अपनी उम्र और हाल ही में किडनी प्रत्यारोपण के कारण वर्ष 2018 के नववर्ष की पूर्व संध्या पर किए गए वादे के मुताबिक वह राजनीति में नहीं प्रवेश करेंगे।
रजनीकांत ने हालांकि इस बात की पुष्टि की कि पत्र में उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में दी गई जानकारी सही है। उन्होंने कहा, जहां तक मेरी राजनीतिक योजनाओं का सवाल है, इस संबंध में रजनी मक्कल मंदरम के सदस्यों से सलाह लेने के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।
रजनीकांत ने कहा हर कोई जानता है कि यह मेरी तरफ से जारी नहीं किया गया लेकिन, इस पत्र में मेरी स्वास्थ्य स्थिति और डॉक्टरों की सलाह के बारे में दी गई सभी जानकारियां बिल्कुल सच है। पत्र में कहा गया है कि वह अपने जीवन के बारे में चिंतित नहीं हैं बल्कि लोगों के कल्याण के बारे में जरूर चिंतित हैं।
गौरतलब है कि रजनी पिछले साल 19 नवंबर को एक नाटकीय घोषणा की कि अगर जरूरत पड़ी तो वह लंबे समय के दोस्त और अभिनेता-राजनेता कमल हासन के साथ 2021 के विधानसभा चुनावों में काम करने के लिए तैयार हैं। इसके ठीक दो दिन बाद उन्होंने कहा कि 100 फीसदी लोग चुनावों में बहुत बड़ा चमत्कार और अचंभा पैदा करेंगे। (वार्ता)