आरपीएफ अधिकारियों ने आशंका व्यक्त की है कि इस चोरी में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों का हाथ हो सकता है और मौके पर ही पटरियों के छोटे टुकड़े किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए चोरों का पता लगाने के लिए एक टास्क टीम का गठन किया गया है जिसमें एक उपनिरीक्षक समेत 6 सदस्यों को शामिल किया गया है।