जो कभी जिगरी दोस्त थे, बन गए जानी दुश्मन, गैंगस्टर टिल्लू और गोगी की कहानी, अब तक मारे जा चुके हैं 25 लोग
दिल्ली के सबसे बड़े अपराधियों में शुमार जितेंद्र मान उर्फ गोगी की आज दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में टिल्लू गैंग के बदमाशों ने वकीलों के भेष में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि इससे पहले गैंगस्टर टिल्लू और गोगी कभी जिगरी दोस्त हुआ करते थे। लेकिन बाद में दोनों के अलग-अलग गैंग बन जाने के कारण वे एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए, जिसके चलते दोनों ही गैंग के अब तक 25 से ज्यादा लोग गैंगवार में मारे जा चुके हैं...
ताजपुरिया गांव के रहने वाले टिल्लू और अलीपुर गांव के गोगी के बीच कभी दोस्ती थी, लेकिन फिर दोनों के गैंग अलग हो गए। गोगी गैंग की टिल्लू गैंग से पुरानी दुश्मनी है। गोगी और टिल्लू के बीच 2010 में एक छात्र संघ चुनाव के दौरान दुश्मनी शुरू हुई थी। इसके बाद से दोनों गैंग के बीच अब तक कई बार गैंगवार हो चुकी है।
जितेंद्र गोगी मात्र 30 साल की उम्र में ही गुनाहों की दुनिया में बड़ा नाम बन चुका था। मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में टॉप पर रह चुके गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब उसने तिहाड़ जेल में रहते हुए दुबई के एक कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी थी। वह तिहाड़ जेल में रहते हुए ही फिरौती के लिए अगवा करने और सुपारी लेकर मर्डर करने का काला कारोबार चलाता था।
इतिहास में शायद यह पहली ऐसी घटना है, जब वकील की पोशाक पहनकर आए बदमाशों ने कोर्ट रूम में जज के सामने किसी को गोली मारी हो। रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या करने वालों की पहचान उत्तर प्रदेश के बागपत के राहुल फफूंदी और दिल्ली के बक्करवाला निवासी मौरिस के तौर पर हुई। दोनों गैंगस्टर सुनील मान उर्फ टिल्लू के गुर्गे थे।