डीएम ने जिले के सभी वन अधिकारियों को ट्रैकर्स की मेडिकल जांच अनिवार्यता का सख्ती से पालन करवाने के मेकेनिज्म बनाने को भी कहा है। जिले के मोरी, हर्षिल, भटवाड़ी क्षेत्रों में एक सीमित ऊंचाई (लगभग 12 हजार फीट) तक ही पूरी मेडिकल जांच, रजिस्टर्ड ट्रैकिंग एजेंसी के सभी मानकों और इक्विपमेंट की जांच के बाद ट्रेकर्स को आगे जाने की अनुमति देने को कहा गया है।
बीती 17 और 18 अक्टूबर को प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी से उत्तरकाशी जिले से सटे भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ITBP के तीन पोर्टरों और हर्षिल-छितकुल ट्रैक पर 7 ट्रेकर्स की मौत हो गई थी। दो ट्रेकर अब भी लापता हैं। इस बर्फबारी के कारण गंगोत्री नेशनल पार्क के तहत ट्रैक रुट क्षतिग्रस्त हो गए इसलिए सभी ट्रैक पर आवाजाही रोकी गई है।